मोदी 2.0 ( मोदी लहर या मोदी सुनामी )

मोदी 2.0 (मोदी लहर या मोदी सुनामी )


आज 23 मई है पिछले साल आज ही के दिन बीजेपी ने मोदी जी के नेतृत्व में 303 सीट जीतकर मोदी 2.0 का आगाज किया था । 
  आज हम आपको जीत से पहले की कुछ तथ्य बताने कि कोशिश करेंगे । 
    चुनाव से पहले मोदी जी को छवि को धूमिल करने के वो सभी प्रयास हुए जो 2015 में बिहार चुनाव से पहले हुए थे जैसे कि अवॉर्ड वापसी , यू न में रोते हुए चिट्ठी लिखना , मीडिया चैनल के बार बार सीट कम होते हुए दिखाना , राफेल नाम कि रॉकेट से दलाली जोड़ना , चौकीदार चोर है जैसे नारे लगाना । आज हम यहां पर ये सभी चीजों की ऐसी तैसी करेंगे। 
तो शुरुआत करते है अवॉर्ड वापसी गैंग से । पहले समझ लीजिए ये अवॉर्ड मिलते कैसे थे इन सबको । इसकी कुछ शर्त थी जैसे कि आपको केंद्र सरकार के लिए लॉबी बनाना , केंद्र की उपलब्धि पर किताबे लिखना , केंद्र के विरोध में चल रहे न्यूज को दबाना , देश विदेश में केंद्र के समर्थन में भाषण और पैसे जुटाना।  आप अपने कला में कितने माहिर है इनसे इस अवॉर्ड का कोई महत्व नहीं रहता था आपके एनजीओ में बाहर से पैसा आते रहे और आप को महारत हासिल हो केंद्र कि चापलूसी में । 
  लेकिन जब मोदी 1.0 सरकार बनी तो पहले इन्होंने सोचा कि अब अपनी गोटी यहां सेट कर लेते है फिर जैसे आज तक 55 सालों से चल रहा है धंधा वैसे ही चलेगा । मगर मोदी जी ने तो इनकी लंका लगा दी । उन्होंने सबसे पहले फर्जी एनजीओ को बंद करने का आदेश दिया फिर विदेश से आने वाले धन पर रोक लगाई। अब ये लोग समझ गए कि मोदी के रहते इनकी दाल नहीं गलने वाली तो उन्होंने अपने अवॉर्ड में मिले मेडल और सर्टिफिकेट वापस करने शुरू किए लेकिन इन्होंने पैसे नहीं वापस किए । 
चुनाव से 1 साल पहले से न्यूज वाले भी लग गए की मोदी जी को बहुमत नहीं मिलने वाला सो हो सकता है कि सीट कम पड़ने पर किसी और को प्रधानमंत्री बनाया जाएगा । 
   अब देश की ज्यादातर जनता तो पूरी राजनीति , देश में चल रहे हवा की जानकारी इन्हीं न्यूज चैनल से जानती है । 
अब आया राफेल का भूत । इसमें तो लोग कोर्ट तक चले गए की राफेल में चोरी हुई है और नया नारा भी दिया कि ' चौकीदार चोर है ' । ऐसे सुप्रीम कोर्ट ने जब इनकी हवा निकाली तब भी ये अपने सभी भाषण में यही रट लगाते थे ।
     और आप इनके बारे में समझिए देश में हुए अब तक सभी घोटाले इनके ही बाप दादा ,दोस्त और इनके ही सरकार की किए हुए है । मोदी जी के बारे में मैं आपको एक बात बता सकता हूं कि बहुत सारे विपक्ष में बैठे लोग भी ये जानते है कि मोदी जी की सरकार में खामियां हो सकती है लेकिन मोदी जी के राज में करप्शन नहीं हो सकता । 
         और जब पुलवामा में पाकिस्तान द्वारा आतंकी हमला हुआ और उसके बदले में मोदी ने एयर स्ट्राइक कर के जो बदला लिया वो इस चुनाव का इक्का साबित हुआ। 
     अब आता हूं इस चुनाव में साबित हुए कुछ गेम बदलने वाले डिसीजन का ।
    1.  उज्ज्वला स्कीम - जहां पर गरीब घर में रसोई गैस फ़्री में बांटा गया।
   2. पाकिस्तान पर हुए स्ट्राइक 
   3. मोदी जी की ईमानदारी ( मै हूं चौकीदार )
   4. अमित शाह की चुनावी माइक्रो रणनीति 

   5. किसान जन सम्मान योजना
  6. गरीब सवर्णों की आरक्षण 
   7. महा गठबंधन ( जिसमें धुर दुश्मन पार्टी साथ आ गई थी जिस से जनता में संदेश गया कि ये लोग सिर्फ मोदी को हटाना चाहते है जिस से इनकी राजनीति सफल हो )
  8. जातीय समीकरण फेल होना 
  9. विदेश नीति
  10. जन धन योजना
  11. डीमोनेटाइजेशन ( कितना सफल हुआ ये अलग बात है मगर देश के गरीबों में ये संदेश गया कि इस से काला धन वाले को नुक्सान हुआ )
 12. सुदूर इलाकों में बिजली पहुंचना
13. देश के नॉर्थ ईस्ट पर ध्यान देना 
 ऐसे बहुत सारे अनगिनत फैसले थे जो गरीबों के मन में बस गए थे।
  अब आपको मै एक उदाहरण बताता हूं मेरे खुद के इलाके के सांसद जब फिर से चुनाव में आए तब लोगों ने सब जगह उनका विरोध किया । और इस तरह के विरोध के कारण और जनता का सांसद के प्रति गुस्सा से लग रहा था कि ये सीट बीजेपी गठबंधन हारने वाली है अब मैंने गठबंधन बोला तो आप समझ गए होंगे कि सांसद कौन से पार्टी के होंगे । चुनाव से 2 दिन पहले मैंने अपने इलाके के जनता के नब्ज टटोलना चाहा तो जनता का नया नारा मुझे सुनाई पड़ा " सांसद महोदय मज़बूरी है , नरेंद्र मोदी जरूरी है "। और चुनाव के नतीजे बताता हूं आपको 4 लाख से ज्यादा वोट से सांसद महोदय जीत गए । 
पूरे देश के कमोबेश हालात यही थे ।
   और आज के दिन के सबसे मजेदार बात आपको बताता हूं । पिछले साल आज के दिन मैंने उन न्यूज चैनलों पर रिजल्ट देखा जिन्होंने भविष्वाणियां कर दी थी मोदी जी के हार पर । और पूरे साल उन्होंने कोई मौका नहीं जाने दिया था अपना स्क्रीन काले करने के लिए ।
                  अन्तिम शब्द मोदी जी और उनकी पार्टी के सांसद महोदय के लिए । मैं बिहार से आता हूं और देश में सबसे कमजोर और नकारा नेता अगर बीजेपी में कहीं है तो हमारे राज्य में हैं और जो अच्छे हैं उनमे से कुछ संसद चले गए है ।
              " बिहार में बहार है बीजेपी अपने नेताओ से बर्बाद है "
              " मोदी जी जरूरी है ,बिहार बीजेपी मज़बूरी है "

"और सुनिएगा , दिमागे फेल हो जाएगा "

           

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