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जून, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

CHINESE APP BANNED ( Tik-Tok )

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CKMKB ( China Ki Maal Ko Ban ) आज के दिन की सबसे बड़ी खुशी या आप ऐसा बोलिए की कितने सालों के बाद आजादी मिली है ऐसे कुंठित विचार वाले , देश की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले मोबाइल एप्लिकेशन से ।  आज खुशी मनाने का दिन है कि आज हमारे यहां के युवा वर्ग मोबाइल और इंटरनेट के जमाने में अच्छी चीज सीखने के बदले अपनी संस्कार को गिराने पर लगे रहे ।    आपको लगेगा कि हम ऐसा क्यों बोल रहे है उसमें से हो सकता है कि कोई ऐप आपका पसंदीदा हो मगर आप कुछ तथ्य जानिए पहले को इस ऐप से हमारी मानसिकता कितनी कुंठित हो गई थी । आज का उदाहरण आपको टिक टोक वाले मोबाइल ऐप का बताता हूं । आप सोचेंगे कि किसी डांस वीडियो किसी बच्चे का जो जुनून होता है उसको खत्म होने पर हम लोगो खुशी मना रहे है । आप सिर्फ एक पक्ष मत देख के फैसला करे । देश तभी सुरक्षित रहेगा जब युवा वर्ग में संस्कार का भाव रहेगा । देश प्रेम समझेगा । अपनी मर्यादा को समझने की कोशिश करेगा । आज लोग ऐसी वीडियो बना रहे जिसमें नग्नता दिखे तो लोग उस वीडियो को ज्यादा पसंद करते है वहीं अगर कोई अच्छा संदेश वाला वीडियो हो तो उसे लोग पसंद नहीं करते जिसके फलस्वरूप लोग नग्नत

पतंजलि ( आयुर्वेद का रक्षक )

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कोरोनिल ( देशी दवाई से नफरत क्यों ) इस महामारी से बचने के लिए लोगों ने क्या उपाय नहीं किए ।लोगो ने अपने शरीर को गीजर की तरह बना लिया , दिन रात गर्म पानी पीते रहे । दवाई दुकान ने प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के नाम पर खूब सारी दवाई बेची और लोगों ने जान के डर से खाना भी शुरू किया । अब किस दवा ने कितने को बचाया इस चर्चा पर जाके कोई फायदा नहीं है क्यों की जब तक आप वायरस के संपर्क में आए नहीं आपकी दवा की परीक्षा हुई नहीं है । मगर जाने दीजिए आज हमलोग शीर्षक पर रहते है ।   जैसे ही पहली दवा जिसका नाम फैबीफ्लू के नाम से आई लोगो ने दवा की दुकान से लेके ऑनलाइन सब जगह इसकी उपलब्धता जांच ली चाहे एक टैबलेट 105 रूपए की क्यों ना हो मगर जान से बढ़कर थोड़े ही कुछ है । दवा कितनी मंहगी हो लेनी तो पड़ती ही है मगर समस्या इस से नहीं है समस्या है दवा माफिया से । दवा और अस्पताल के इस महामारी में भी पैसा बनाने कि रणनीति से । आप अपने घर में ये सुनते होंगे की आयुर्वेद से किसी भी बीमारी को जड़ से हटाया जा सकता है साथ में ये महंगा भी नहीं होता , दूसरी बात आपने कुछ सालों से जेनेरिक दवा का नाम सुना होगा सरकारी स्कीम सुनी

India-China Face Off ( सीमा के दोनों तरफ दुश्मन )

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भारत के अंदर और बाहर दोनों तरफ दुश्मन :- आप हम सब भारत वासी डरना मत , आप आराम कीजिए अपने घर में चाइना की बनी एयर कंडीशनर की ठंडी हवाओं में , मस्त न्यूज और फिल्म का आनंद उठाइए चाइनीज टीवी पर , भारत की सरकार को बैठ के मस्त गाली दीजिए अपने चाइनीज मोबाइल से या उस से भी मन भर जाए तो उसी चाइनीज मोबाइल से चाइनीज ऐप खोलिए टिक टोक और मुजरा शुरू कर दीजिए ।         आपका क्या जाने वाले है आप तो सबूत मांगने में विश्वाश रखते है ना तो फिर आप ये भी सबूत मांगोगे की भारत के वीर सपूतों ने कितने दुश्मनों को मार गिराया और आप तो देश की सरकार को अभी गाली देने में विश्वाश करोगे की उनके कारण भारतीय सैनिक शहीद हो गए ।  थोड़ी नजर नीचे कर के अपने आप को आईने में देख लो किसी देश की पूरी जनता सीमा पर नहीं जाती है लड़ने वो देश के अंदर ही बैठ कर देश का साथ देती है ,कभी आपने पाकिस्तान जैसे गिरे हुए देश की मीडिया और विपक्ष को भी वहां को सरकार पर सवाल उठाते देखा है क्या भारत के विरूद्ध । नहीं ना तो सोच लीजिए आप किस स्तर के हो गए है अभी ।  आप मुझे गाली मार रहे होंगे कि सरकार क्यू नहीं आयात पर प्रतिबंध लगा देती है तो साहब

सुशांत सिंह राजपूत ( लूजर नहीं थे आप)

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झूठ बोल के चले गए लूजर तो नहीं थे आप। हा हो आप , झूठे , लूजर सब कुछ हो आप । ऐसे कौन रुला के जाता है भाई । बिहारी थे ना आप ,अभी आपने देखा था ना टीवी पर बिहारी तो पैदल बिना कुछ खाए पिए 10 दिन तक चलते रहे और अपने घर पहुंच गए फिर भी किसी ने मरने का नहीं सोचा और आपने ये कुछ कुत्ते फिल्म प्रोडक्शन वालों के कारण मरने का सोच लिया । नाम नहीं लूंगा लेकिन आज किसी को छोड़ूंगा भी नहीं भाई मरा है हमारा , बिहारी जब सनकता है ना तो पहाड़ तोड कर रास्ता बना देता है और आप इन हरामियों से डर गए । अरे भाई आप तो स्कॉलर थे ना उन लोगों के पूरे खानदान ने मिला कर जितना नाम नहीं सुना होगा उतना 11 परीक्षा तो आपने कितने साल पहले पास कर लिया था । जितना इनके खानदान में बीवी और पति होते है उतना तो आपका पूरे इंडिया में 7वा रैंक आया था । फिर भी आप इन जैसो से डर गए । अरे इनका क्या था भाई , एक तो अपनी बेटी के साथ गलत सपने देखता है बुड्ढा , उसके एक बेटी की आई क्यू तो अपने यहां के भैंसो के बराबर है । एक तो मर्द है कि नहीं उसके बाप मां को भी नहीं पता है ,हिजड़ा बोल कर हिजडों का अपमान नहीं करूंगा । एक जो टिंगा खुद को बॉलीवुड क

आजादी ( सिर्फ लेफ्ट को )

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आजादी मिली सिर्फ भारत के लेफ्ट में बड़ी अचरज हो रहा होगा ये 15 अगस्त 1947 की बातें सुनकर और मन में सवाल भी आ रहा होगा की ये अंग्रेजी शब्द लेफ्ट कहां से ले आए और उसमें भी आप ये पढ़ कर और भी गुस्सा हो गए होंगे की आपने ये कैसे लिख दिया की सिर्फ भारत के लेफ्ट को क्यू आजादी मिली , आजादी तो पूरे देश को मिली थी । गुस्सा अभी और आयेगा जब आप मेरे लिखे शब्द के अर्थ समझ जाएंगे । कहां से शुरू करूं आपके इतिहास से या अभी के वर्तमान से । इतना तो आप ज्ञाता जरूर हो गए होंगे इस वॉट्सएप और फेक न्यूज के समय में । कुछ सवाल जवाब आपके सामने रखता हूं पढ़ते ही आप जो अभी गुस्सा से लाल है ठंडे पड़ जाएंगे । आपने कभी रोड पर जय श्री राम के नारे लगाए है ,क्या सोच रहे है मैं आपको जबरदस्ती लगाने को नहीं बोल रहा हूं नहीं तो आप एक और बार यू एन चले जाएंगे की मुझसे जबरदस्ती लगाने को बोला नारा ,यही तो फेक न्यूज की आजादी हमें नहीं मिली जनाब । चलिए नारे पर आते है आपने सोच लिया ना की मै संघी हूं आप मुझे और क्या बोल रहे है खाकी चड्डी वाले अच्छा और क्या देश में हिंसा फ़ैलाने वाले । कुछ और नहीं बचा होगा तो जवाब सुन लीजिए । यही आज