Mother's Day Special ( मां का आशीर्वाद )

   " भरोसा रखो वो किसी का बुरा नहीं होने देती "
' तेरे दर पर आने से पहले मै बड़ा कमजोर होता हूं । तेरी दहलीज को छु के मै खुद को कुछ और पाता हूं '
                 ' हर रिश्ते में मिलावट देखी , कच्चे रंगो की सजावट देखी ।
                   लेकिन सालों साल देखा है मां को , ना उनके चेहरे पर कभी थकावट देखी।  
                                 ना उनके ममता में कभी मिलावट देखी  ।। '
आप सही समझे मै आज दुनिया के सबसे छोटे शब्द मां  और दुनिया के सबसे शक्तिशाली शब्द के बारे में बात कर रहा हूं । 
  आज आपको एक कहानी बता रहा हूं ।
" एक बार रोड पर एक सब्जी का ठेला लगा हुआ था और उसपर कोई भी दुकानदार नहीं था तब मैं वहा गया कि कोई इस दुकान पर क्यों नहीं है तो वहा एक पर्ची रखा हुआ था जिसमें लिखा था कि मेरी मां बीमार है और उसके दवा और खाना देने के लिए घर में कोई और नहीं है तो मुझे बार बार जाना पड़ता है  और अगर आप जल्दबाजी में नहीं है तो ठेला पर रेट लिस्ट लगा हुआ है आप उस के हिसाब से पैसे नीचे डाल देना मैंने वैसा ही किया तो वहां देखा पहले से बहुत सारे 100-200 के नोट रखे पड़े थे , मैंने भी रख दिया और चला गया । शाम को उसी जगह से मै जब वापस जा रहा था तो उसी ठेला पर एक आदमी को देखा मैंने उसे चाय पीने को कहा और उस से बात शुरू की मैंने उस से पूछा कि आज के समय में आप ऐसा कैसे विश्वास पर अपना दुकान छोड़ देते है उसने बोला कि मेरे पास और कोई चारा नहीं है मा घर पर अकेले बीमार रहती है ।उसने अपने मा को जब ये बताया कि वो दुकान पर एक बार भी नहीं जा पा रहा है तो मा ने कहा कि ' बेटा उपर वाला जीतना देगा उतना हमारे लिए काफी होगा '। मा ने कहा कि बेटा कोई आपके हाथ से छीन के लेके जा सकता है , आपके नसीब से नहीं । और मै आपको बताऊं कभी 1 रुपया कम नहीं होता है ज्यादा ही होता है वहा पर और साथ में कभी कोई डॉक्टर दवा लिख के रख जाते है कभी कोई बच्चा खाना रख के चले जाते है ।
" माना थक कर उसकी आंखे बंद होती है मगर नींद में भी मां फिक्रमंद होती है । "
आज के समय में बच्चे आत्महत्या कितना ज्यादा कर रहे है छोटी छोटी बातों पर तो उनके लिए मैं कुछ बाते कहना चाहता हूं । 
     " तेरे बिना मैं ये दुनिया कैसे छोड़ दू , मैं मां का दिल कैसे दुखा दू।
       जो रोज दरवाजे पर जाते हुए कहती है , बेटा घर जल्दी आ जाना ।।"
जानते है ' प्यार क्यों अंधा कहा जाता है ' क्युकी आपकी मां ने आपको देखे बिना आपसे प्यार करना शुरू कर दिया था ।' 
   " उम्र कोई भी  हो चोट लगने पर सबसे पहले मां ही याद आती है '
मैं आज के युवा वर्ग को एक बात बताना चाहता हूं कि कोई भी गलत काम करने से पहले एक बार ये लाइन जरूर याद कर लेना अपने जेहन में । " संगत का जरा ध्यान रखना साहब ,क्युकी संगति आपकी खराब होगी और बदनाम मा बाप और उनके संस्कार होंगे। 
एक और कहानी आप सबके लिए " एक बार एक आदमी अपनी मा को वृद्धा आश्रम में छोड़ने जा रहा था जब वो वहा अपनी मां को छोड़ के आने लगा तो मा ने कहा कि बेटा यहां पर तुम पंखे , टीवी सब लगा लेना तो उसने मां से पूछा कि क्यों , तो मा ने बोला मैं तो रह लूंगी बेटा इन सबके बिना मगर कल तुम कैसे रह पाओगे । " ऐसे भी बच्चो को मा को लात मारने की आदत मा के पेट से हो जाती है ,मगर वो लात खा के मा को खुशी होती है मगर बुढ़ापे में वही लात खा के दुखी होती है ।
और आज के नौकरी पेशा हम युवा वर्ग के लिए एक जरूरी बात " मा बाप के पैसे से तो शौक पूरे होते थे अपने पैसे से तो सिर्फ जरुरते पूरी होती है " । 
आज के दिन कुछ बकैति नहीं करूंगा । 
    "आज मां का दिन है । आप सबके मां को मेरा प्रणाम ।"
यूट्यूब पर मेरा मा को लेके एक वीडियो भी आप देख सकते है "https://youtu.be/C1q1sglV9Ok

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