बिहार चुनाव ( बिहार में चुनाव बा ) दूसरा भाग

 बिहार में चुनाव बा

बोले थे ना आप लोगो से कि दूसरा भाग में आग लगा देंगे । 
पहले लाल बहादुर शास्त्री जी को शत शत नमन । अब फेर आप लोग मन नौ पांच होने लगे उस से पहले बता दे हमको पता है और आज क्या है मगर हम त पहले ही बोले थे आपको की सच्चे नेता का पता बताएंगे जो सब भूल चुके है । 

   चलिए बहुत ज्ञान वर्धक बात हो गई अब थोड़ा थेथरई शुरू करते है । 
     अच्छा एगो बात बताइए ये जो 15 साल पहले वाले खानदान के मुख्यमंत्री उम्मीदवार और तटका 15 साल वाले मुख्यमंत्री इ चुनाव क्यों नहीं लड़ते है एक जगह से । 
       अब जैसे एगो पार्टी आई जो कहर मचैले है , जो सब बिना दाग वाले को , पढ़े लिखे को , असली नेता को टिकट दे रही है । उनके पार्टी अध्यक्षा महिला है । अब इ बात का बोलने का कौन जरूरी था अरे हम लोग पतित है ई बात भी मान लीजिए कैसे तो सुनिए , हम देख रहे है इ कुछ नौजवान सब कोई कपड़ा पर सवाल पूछ रहा है कोई कैसे करेंगे काम उस पर । ईको बार एकर कल्ला तब क्यों नहीं अलगा था जब अनपढ़ महिला को मुख्यमंत्री बनाया गया था रात में । 

    बड़ी अपना आप के ज्ञानी समझते है तो एगो बात बताइए कौन सा संविधान के किताब में लिखा है कि सफेद कुर्ता पैजामा नेता सब की पहनना चाहिए उसपर स्पोर्ट्स शूज । 
         अब हमको आप बोलिएगा की हम एगो पार्टी को सपोर्ट करते है अरे भाई , ऐसा कोई पढ़ा लिखा , समझदार नहीं होगा जो इस पार्टी को सपोर्ट नहीं करेगा ।
        हमरा त इ बात से बहुत हंसी आया की एगो जाति के नाम से बनाया हुए पार्टी को तो जो चंदा मांग कर गाड़ी पर गाड़ी खरीदा है वो तो खूब जम के मन भर का भड़ास निकाल रहा है । जानते है उसका दिक्कत क्या है उसका तो सब कमाई ना बंद हो गया। उसके कितना नेता तो हमरे फोन कर दिए की पार्टी में ले ल हो राजा ।
     हम हूं जरले जवाब दिए ऐसे कैसे हो राजा , जाती वाला करना रहता त हम नौकरी छोड़ के इ सब में आते ।
      चलिए बहुत हो गया डीलिंग । 
   अब मुख्य मुद्दा पर आते है । इ जो मुख्यमंत्री उम्मीदवार है इन्होंने चुनाव लडने का ऐलान कर दिया , तनी पेपर में देखिए कि और कोई है मुख्यमंत्री का उम्मीदवार जो उनके विरूद्ध लडने की साहस करे । है कोई को उनसे 30 साल वाले विकास पर बहस करे । आइए मैदान में फेर बताइए कि कौन सच में लोकतंत्र का महत्त्व समझता है और कौन डर से पिछला रास्ता चुनता है ।
आज किसी पर टीका टिप्पणी नहीं करेंगे । 
     आज इस बात से मन खुश हुआ कि चलिए 30 साल के बाद ही बिहार में असली लोकतंत्र दिखेगा । 
       जय बिहार 

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